इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
हर गंदे चेहरे के ऊपर सुंदर सा इक चेहरा है
पहचान नहीं आसान किसी की
हर चरित्र ही दोहरा है
इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
हर जिगर यहां बर्फीला है, दिलों में घना कोहरा है
बदल नहीं सकता कोई खुद को
हर शख्स गूंगा बहरा है
इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
अमीरों की बस्ती में गरीब बन रहा मोहरा है
कुछ बदलने की उम्मीद नहीं
धोखेबाजों का ऐसा पहरा है
मंगलवार, 25 अगस्त 2009
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