मंगलवार, 25 अगस्त 2009

चेहरा

इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
हर गंदे चेहरे के ऊपर सुंदर सा इक चेहरा है
पहचान नहीं आसान किसी की
हर चरित्र ही दोहरा है

इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
हर जिगर यहां बर्फीला है, दिलों में घना कोहरा है
बदल नहीं सकता कोई खुद को
हर शख्स गूंगा बहरा है

इस युग के हर चेहरे का राज बड़ा ही गहरा है
अमीरों की बस्ती में गरीब बन रहा मोहरा है
कुछ बदलने की उम्मीद नहीं
धोखेबाजों का ऐसा पहरा है

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